- जिला कलेक्टर ने आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
- रविवार को जालोर व सांचौर ज़िलों में बारिश का ओरेंज अलर्ट
- जालोर,आहोर तथा सायला उपखंड अधिकारियों ने कार्मिकों को किया अलर्ट
जालोर. जवाई बांध के कैचमेंट एरिया में बारिश के कारण तीसरा गेट खोला गया है। जवाई बांध के 2 गेट, 3- 3 फीट तथा 1 गेट 1 फीट खोलने पर पानी की आवक से जानमाल का नुकसान न हो, इस संबंध में तैयारियों को लेकर जिला कलेक्टर ने जालौर, आहोर एवं सायला उपखंड अधिकारियो, विकास अधिकारियों, तहसीलदारों, थानाधिकारियों एवं कार्मिकों को अलर्ट रहने तथा आवश्यकता पड़ने पर राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने को लेकर निर्देश दिए है।
जिला कलेक्टर निशान्त जैन ने आपात स्थिति से निपटने को लेकर वैकल्पिक आवास,भोजन इत्यादि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया है उन्होंने एसडीएम, तहसीलदार, विकास अधिकारी, पुलिस अधिकारियों, पटवारी,सहित कार्मिकों को अलर्ट रहने तथा आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर निर्देश दिए है।
उन्होंने जवाई बांध से छोड़े जा रहे पानी से प्रभावित होने वाले नदी के किनारे के लोगों को सतर्क करने के साथ-साथ मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचा कर जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है l उन्होंने इस संबंध में आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करते हुए लोगों को जागरूक करने के साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम द्वारा प्रचार प्रसार एवं सतत संपर्क एवं समन्वय के साथ कार्य करने की बात कही l
जालोर उपखंड अधिकारी प्रमोद सीरवी, आहोर उपखंड अधिकारी कुसुम लता चौहान एवं सायला उपखंड अधिकारी ताराचंद वेंकटेश ने भी जवाई बांध में पानी छोड़े जाने पर जान माल की सुरक्षा को लेकर आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करने के साथ ही आमजन से जवाई नदी के बहाव क्षेत्र से दूर रहने की बात कही। उन्होंने जवाई नदी के बीच में से गुजरने वाले रास्तों से आवागमन नहीं करने ,विद्यार्थियों को नदी के बहाव क्षेत्र से दूर रहने ,मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखने की बात कही। सहित सभी आवश्यक पूर्व तैयारी सुनिश्चित करते हुए निरंतर संपर्क एवं समन्वय से जनता को जागरुक किए जाने की बात कही।
गौरतलब है कि जवाई बाँध के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश होने तथा पानी की आवक तेज होने के कारण गेट नंबर 2 और 10 को 3-3 फिट और गेट नंबर 4 को 1 फिट खोल दिया गया है तथा 7000 क्यूसेक पानी बांध से छोड़ा जा रहा है। प्रशासन द्वारा सभी पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी सहित कर्मचारियों को जवाई नदी के किनारे बसे गांवों के जान माल की सुरक्षा हेतु निर्देशित किया गया है।