- राज्य स्तरीय वीडियो प्रतियोगिता में पाया तृतीय स्थान
- राजस्थान मिशन 2030 को लेकर दिया था सुझाव
दिलीप डूडी / जालोर. राजस्थान सरकार द्वारा ”राजस्थान मिशन 2030” को लेकर चलाई जारी वीडियो आधारित सुझाव प्रतियोगिता में बागरा कस्बे के देवेन्द्रराज सुथार ने राज्य स्तर पर तृतीय स्थान हासिल किया। 7 सितंबर के वीडियो बनाओ प्रतियोगिता का परिणाम 11 सितंबर देर शाम को जारी हुआ।
उल्लेखनीय है कि 6 सितंबर से 20 सितंबर तक चलने वाली इस वीडियो प्रतियोगिता में सरकार विभिन्न क्षेत्र एवं विषयों को लेकर सुझाव आमंत्रित कर रही है। इस प्रतियोगिता के तहत 30 सेकंड से 120 सेकंड का वीडियो बनाकर उसे अपने दो सोशल मीडिया हेंडल पर पोस्ट करने के बाद निर्धारित फार्म में उनके लिंक वेबसाइट पर सबमिट करने होते हैं।
सुथार पिछले एक माह से प्रतिदिन एक वीडियो बनाकर उसे सबमिट कर रहे थे, लेकिन अब जाकर उनके हाथों में सफलता लगी। प्रतियोगिता में 13 वर्ष से ऊपर का कोई भी राजस्थान का नागरिक भाग ले सकता है। इस प्रतियोगिता में राज्यभर से प्रतिदिन 500-600 वीडियो अपलोड किए जा रहे हैं। प्रतिदिन 103 वीडियो को स्क्रीनिंग कर हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय विशेषज्ञ टीम चयनित करती है और उनमें तीन वीडियो को प्रथम, द्वितीय, तृतीय क्रमश: 1 लाख, 50 हजार, 25 हजार की इनामी राशि से पुरस्कृत किया जाता है। शेष 100 वीडियो प्रतिभागियों को 1 हजार रुपए के प्रेरणा पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।
गौरतलब है कि सुथार को राजस्थान मिशन 2030 वीडियो प्रतियोगिता के भांति पूर्व में आयोजित ‘जनसम्मान-जय राजस्थान’ वीडियो प्रतियोगिता में 13 प्रेरणा पुरस्कार प्राप्त हुए थे, लेकिन वे बड़ा पुरस्कार प्राप्त करने में कामयाब नहीं हो सके।
संसाधन की कमी थी एक बड़ी बाधा
सुथार के पास वीडियो बनाने के संसाधन जैसे वॉयस माइक, कैमरा स्टैंड और अच्छा स्मार्टफोन नहीं होने के कारण बेहतर स्क्रिप्ट होने के बावजूद वह जनसम्मान जय राजस्थान वीडियो प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। लेकिन उनकी मेहनत राजस्थान मिशन 2030 के तहत सुझाव आधारित वीडियो प्रतियोगिता में रंग लाई।
एक हाथ से फोन पकड़कर प्रतिदिन वीडियो बनाते थे सुथार
सुथार एक हाथ से फोन को पकडकर फ्रंट कैमरे से प्रतिदिन वीडियो बनाकर सबमिट करते थे। वॉयस माइक नहीं होने के कारण उन्हें वीडियो का साउंड बढ़ाने के लिए कई इंटरनेट टूल्स व ऐप का सहारा लेना पड़ता था। जिसके कारण वीडियो बनाने से ज्यादा समय उनका वीडियो को एडिटिंग करने में चला जाता था।
‘पैदल चलने के अधिकार’ को लेकर दिया था सुझाव
सुथार ने राजस्थान मिशन 2030 को लेकर आधारभूत संरचना और सड़क सुरक्षा को लेकर सुझाव दिया था। उन्होंने वीडियो के जरिए पैदल चलने वालों के अधिकार की वकालत करते हुए बताया था कि सड़क विस्तार में साइकिल चालकों के लिए ट्रैक व पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ प्रदान किया जाए, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित किया जा सके। पैदल चालकों के लिए नीतियों और अधिकारों को लागू कर तंत्र स्थापित करने की मांग भी की। पुरस्कार के बाद सुथार के परिचितों में खुशी की लहर है।