जालोर. वीर दुर्गादास राठौड़ की जयंती बुधवार को धानसा गांव स्थित जलन्धर नाथ महादेव मन्दिर के प्रांगण में मनाई गई । श्री क्षत्रिय युवक संघ के केंद्रीय कार्यकारी एवं मुख्य वक्ता रेवंत सिंह पाटोदा ने दुर्गादास की जीवनी का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा वे मारवाड़ के राजा तो नहीं थे किंतु मारवाड़ की जनता के प्रति उनके दायित्व बोध ने उन्हें जीवन पर्यंत मारवाड़ के लिए संघर्षरत रखा, ये उनका दायित्व बोध ही था कि युद्ध में उनके चार घोड़े मरने के बाद भी वे युद्ध से पीछे नहीं हटे, ये उनका दायित्व बोध ही था कि अजीत सिंह के प्रकटीकरण के बाद राज्य के हित में वे स्वयं ही मारवाड़ छोड़ कर चले गए। आज आवश्यकता है कि दुर्गादास का दायित्वबोध हमारे अंदर भी जाग्रत हो, श्री क्षत्रिय युवक संघ इसी दायित्व बोध को अपने में जाग्रत करने की बात करता है।
रानीवाड़ा विधायक नारायण सिंह देवल ने कहा कि दुर्गादास का जीवन हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि जब भारत में इस्लाम की आंधी अपने चरम पर थी, तब दुर्गादास मारवाड़ के लिए दीवार बन कर खड़े रहे। पूर्व जिला प्रमुख डॉ बन्ने सिंह गोहिल , पूर्व आइएएस गंगा सिंह परमार एडीएम वारसिंह दहिया ,रविन्द्रसिंह बालावत , दीपसिंह धनाणी, टीकमसिंह राणावत, शम्भूसिंह सेरना , विक्रम सिंह धानसा, दीनू कंवर ,आदि ने भी अपने विचार रखे। नाहरसिंह जाखड़ी ने संघ का परिचय दिया। मंच का संचालन अर्जुनसिंह देलदरी व दीप सिंह दूदवा ने किया। इस अवसर पर गोपाल भारती महाराज ,दिव्य स्वरूप महाराज , प्रेम नाथ महाराज, भवर सिंह बालावत, भवानी सिंह बाकरा , नकुल सिंह , मंगल सिंह सिराणा, दिलीप सिंह मांडाणी , सवाई सिंह चोराऊ, रूप सिंह नारणावास ,गणपत सिंह देवड़ा , नकुल सिंह, एएसआई सुरेंद्र सिंह , विरद सिंह पाथेड़ी, शम्भू सिंह चौराउ, सुजान सिंह , सुमेर सिंह धानपुर , ईश्वर सिंह बालावत , सावला राम देवासी , भेरूपाल सिंह दासपा, महेंद्र सिंह धानसा , रूप सिंह धानसा,जगतावार सिंह चांदना, महेंद्र सिंह चुरा, नरिंगा राम, उतम सिंह जीवाणा, भीम सिंह बावतरा, भारता राम देवासी आदि मौजूद थे।