जालोर. जालोर शहर के स्वरूपपुरा रोड स्थित पर हल्देश्वर महादेव मंदिर में सोमवार रात्रि को एक शाम हल्देश्वर महादेव के भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या में अल सुबह तक भक्तजन शिव भक्ति में डूबे नजर आये। भक्ति संध्या में प्रसिद्व भजन गायक किशोर पालीवाल सुमेरपुर एवं भंवर गायना एण्ड पार्टी बालोतरा ने एक से बढकर भजनो की प्रस्तुति देकर भक्तों को भोलेनाथ की भक्ति में सरोबार कर दिया।
ब्रह्मलीन पीर शांतिनाथ महराज की तपो भूमि में ब्रह्मलीन योगी कमलनाथ महाराज एवं पीर गंगानाथ महाराज के आशीर्वाद से पवित्र सावन माह के अंतिम सोमवार को एक शाम हल्देश्वर महादेव के नाम भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें पुष्कर थांवला मठ के आईजी पीर मोहननाथ महराज का सानिध्य रहा। पीर मोहननाथ महाराज एवं साधु संतों की उपस्थिति में सिद्ध योगी सिद्वाईनाथ महाराज की समाधि का पूजन किया गया। इस दौरान भैरूनाथ अखाडे के योगी प्रेमनाथ महाराज, योगी आनंदनाथ, धुणिया मठ के महंत सोमपुरी महाराज, योगी निरंजनाथ, योगी सागरनाथ, जगदीशपुरी महाराज, योगी तेरसनाथ सहित अन्य साधु संतो की उपस्थिति रही। भजन संध्या का शुभारम्भ हल्देश्वर महादेव मंदिर एवं ब्रह्मलीन पीर शांतिनाथ महाराज की पूजा अर्चना के साथ हुआ। भजन संध्या को लेकर हल्देश्वर महादेव मठ को आर्कषक रोशनी से सजाया गया। भजन संध्या का आगाज सुमेरपुर की किशोर पालीवाली एण्ड पार्टी ने गणेश वंदना व गुरू महिमा के साथ किया।
इसके बाद मै थाने सिमरू गजानंद देवा….., म्हारो नाथ अमली म्हारो…. एवं हा रे बाबा निर्वाणी …… सहित एक से बढ़कर शिव भक्ति भजनों की प्रस्तुति देकर भक्तों को भक्ति में लीन कर दिया। पूरे पांडाल में शिव भक्ति में डूबे भक्तजनो ने भगवान शिव के जयकारे लगाते हुए पूरे माहौल को धर्ममय बना दिया। भजन संध्या में बालोतरा के भंवर गायना एण्ड पार्टी ने आज बनिया बैरागी हरि नाम का……, लजिया मेरी राखियों शिव नंदी के असवार…… एवं ओ नंदजी के लाला….. सहित के कई भजनो की प्रस्तुति देकर भक्तो को अल सुबह तक बैठने को मजबूर कर दिया। भजन संध्या में मच संचालन पारसमल परमार व बालोतरा के राजू माली ने किया। वहीं भोजन प्रसादी का आयोजन मोहननाथ महाराज की ओर से किया गया। भक्तो ने भजन संध्या के दौरान भक्तो ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। भजन संध्या में उपस्थिति समस्त साधु संतो का बहुमान किया गया। पंडित मुकेश ठाकुर द्वारा सावन माह में हल्देश्वर महादेव मठ में रूद्राभिषेक किया। कार्यक्रम में प्रकाश सोलंकी व जगदीश सोलंकी ने व्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भजन संध्या में पारसमल परमार, राजू माली, मीठालाल दर्जी, गजाराम देवासी, मकसा मेवाडा, नवीन सुथार, मांगीलाल सोनी, कनिष्क चैधरी, बंशीलाल सोलंकी, जेपाराम घांची, भोमाराम प्रजापत, नैनाराम लौहार, रामलाल खत्री, आंनदसिंह राठौड, बंशीलाल खवास, मदन सांखला, शांतिलाल सुथार, उमाकांत गुप्ता, सहित काफी संख्या में महिला व पुरूष भक्तजन मौजूद रहे।