जालोर. जालोर जिला पुलिस अधीक्षक मोनिका सेन को सोमवार को कुछ लोगों ने ज्ञापन सौंपा। जिसमें जालोर ग्रेनाइट एसोसिएशन के अध्यक्ष पर गम्भीर आरोप लगाए है। साथ ही बताया कि उक्त प्रकरण में पुलिस की अनदेखी के कारण बड़ी घटना भी हो सकती है, जिसकी जिम्मेदार पुलिस प्रशासन होगी। ओबाराम, भंवरलाल, नरपतकुमार, कैलाश, भीखाराम, सुरेंद्रसिंह, कालूसिंह, डूंगराराम समेत ने एसपी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि हम समस्त स्लरी व्यापारी और ट्रक चालक है।

उन्होंने ज्ञापन में बताया कि जालोर में ग्रेनाइट वेस्ट पाउडर स्लरी डम्पिङ यार्ड व निजी खातेदारी भूमि व औद्योगिक इकाइयों की भूमि से स्लरी पाउडर उठाने का प्रस्ताव आने पर हम इस स्लरी को खरीद कर हमारे ट्रांसपोर्टर से अनुबंधित ट्रक में भरकर नियत स्थान हेतु परिवहन करते है। जिसमे ग्रेनाईट एसोसिएशन जालोर के अध्यक्ष राजू चौधरी व उनके साथी व्यक्ति धरमाराम पुत्र निम्बाराम निवासी नागौर, महादेव खदाव, निवासी मेड़ता, प्रकाश जाट, अनिल जाट, अर्जुन मुण्डवारिया बाड़मेर आदि हमारे ट्रक जो भी जालोर तृतीय चरण भागली, द्वितीय चरण हर तरफ से औद्योगिक इकाइयों से स्लरी पाउडर उठा रहे हैं, उनके आगे गाड़ी डालकर अवैध वसूली करते हैं और चालकों को डराते, धमकाते व गली गलौच भी करते है और बोलते है कि हमे टैक्स देना ही पड़ेगा।

हजारों की अवैध पर्चियां काटने के आरोप
ज्ञापन में बताया कि इन गुण्डा प्रवृति के लोगों को अवैध पर्ची 800 व 1600 रुपए की नहीं मिलने पर 21 हजार रुपये की अवैध वसूली करते हैं और ट्रांसपोर्ट पर अनैतिक रूप से दबाव डालकर गाड़ी लोडिंग नहीं करने देते है और अवैध वसूली के खिलाफ विरोध करने पर मारपीट तक करने को उतारू हो जाते है। तथा ग्रेनाईट एसोसियेशन के अध्यक्ष की ओर से भी धमकियां दी जाती है।

पुलिस पर अनदेखी का आरोप
ज्ञापन में बताया कि कई बार पूर्व में ज्ञापन दिए गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई नहीं होने पर इन लोगों द्वारा हमें फोन कर धमकाया जाता है।

न्यायालय के आदेशों की अवहेलना
ज्ञापन में बताया कि राजस्थान हाई कोर्ट जोधपुर के आदेशानुसार ग्रेनाईट एसोसियेशन किसी भी प्रकार की कोई वसूली नहीं कर सकता, इसके बावजूद आदेशों की अवहेलना की जा रही है।

मारपीट करने से भी नहीं कतराते
ज्ञापन में बताया कि ये लोग मारपीट करने से भी नहीं कतराते हैं। पिछले दिनों 5 अगस्त को उत्तम मेघवाल के साथ पर्ची नहीं देने पर मारपीट की गई, जिसकी रिपोर्ट थाने में दी हुई है, लेकिन आज दिन तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है, न ही मुकदमा दर्ज किया गया है। ज्ञापन में बताया कि हम इस तरह की कोई भी अवैध पर्ची नहीं कटवायेंगे।
