- माता ही बालक की प्रथम गुरू – चौधरी
जालोर. जालोर हमारे बच्चों के मस्तिष्क में अपने माता-पिता एवं गुरुजनों के प्रति मान- सम्मान तथा श्रद्धा की भावना विकसित करने के उद्देश्य से भारत विकास परिषद्, शाखा जालोर की ओर से शनिवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय,नाणावास में विद्यार्थियों के बीच गुरु वंदन छात्र कार्यक्रम का आयोजन परिषद् के प्रांतीय उपाध्यक्ष (संस्कार) पदमाराम चौधरी ,शाखा अध्यक्ष राजेन्द्र भूतङा,शिक्षाविद् मुकेश सोलंकी , समाज सेवी रूपसिंह राठौड़ नारणावास व परिषद् पदाधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। कार्यक्रम मे विद्यालय के करीब 390 छात्र-छात्राएं मौजूद थे ।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता, मां शारदा व स्वामी विवेकानन्द की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर व वंदे मातरम् के राष्ट्र गीत के साथ किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य रतन सिंह राठौड़ ने स्वागत उद्बोधन देते हुए सभी परिषद् पदाधिकारियों का विद्यालय परिवार की ओर से माल्यार्पण करवाकर स्वागत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में प्रांतीय उपाध्यक्ष पदमाराम चौधरी ने अपने उद्बोधन में बताया कि बालक की प्रथम गुरु माता ही होती है। माता ही वह शक्ति होती है जो बच्चे को मनचाही ऊँचाइयाँ तक पहुंचा सकती है । जन्म देने वाली माँ व जन्म भूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है।उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि जीवन में गुरू कृपा पाकर विद्यार्थी अपने में सभी गुणों का विकास कर सकता है ।उन्होंने विभिन्न प्रसंगों और कहानियों के माध्यम से गुरु की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को देश की प्राचीन संस्कृति से जोड़ते हुए उन्हें संस्कारवान बनने की सीख दी।
शिक्षाविद् मुकेश सोलंकी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विद्यार्थी जीवन में कठोर परिश्रम, लगन,कर्तव्यपरायणता,सत्यवादिता, अनुशासन,विनयशीलता, आत्मविश्वास व लक्ष्य के साथ आगे बढ़ते हुए अपने में सभी मानवीय गुणों का विकास करे।विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए समाज सेवी रूपसिंह राठौड़ नारणावास ने विद्यार्थियों को अपना चरित्र निर्माण करते हुए भविष्य संवारने हेतु प्रेरणास्पद बातें बताई। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सचिव संतोषकुमार दवे ने भारत विकास परिषद्, जालोर की ओर से सेवा व संस्कार प्रकल्प के तहत आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में सभी को अवगत कराया व बालकों को गुरू की महिमा बतायी। विद्यालय की प्रधानाचार्य रतनसिंह राठौङ ने परिषद् द्वारा इस तरह का संस्कार मय आयोजन उनके विद्यालय में आयोजित करने पर परिषद् पदाधिकारियों का आभार जताया। अंत में जालोर शाखा के अध्यक्ष राजेन्द्र भूतङा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित कर आभार प्रकट किया। कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों को परिषद् की ओर से अल्पाहार के रूप में फल व बिस्किट वितरित किये गये। जनगण मन राष्ट्र गान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर परिषद् के प्रांतीय उपाध्यक्ष (संस्कार) पदमाराम चौधरी ,शाखा अध्यक्ष राजेंद्र भूतड़ा, सचिव संतोष कुमार दवे, शिक्षाविद् पूर् एडीईओ मुकेश सोलंकी, पीईईओ रतन सिंह राठौड़ ,समाजसेवी रूप सिंह राठौड़ नारणावास , शंकर लाल सोलंकी, प्रेम सिंह राठौङ, महेन्द्र आनंद वैष्णव, भगवत सिंह नारणावास , फारूख खान, प्रकाश चन्द्र हिमत सिंह , सहित विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं व विद्यार्थी उपस्थित थे।
प्रतिभावान विद्यार्थियों का किया अभिनंदन
कार्यक्रम में विद्यालय के14 मेधावी छात्र-छात्राओं का परिषद् की ओर से अभिनंदन पत्र व पारितोषिक देकर सम्मान व अभिनंदन किया गया। कोषाध्यक्ष शंकरलाल ने आयोजन की व्यवस्थाओं में सहयोग किया।
शिक्षकों का भी किया गया सम्मान व वंदन
कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय के सभी 18 शिक्षक- शिक्षिकाओं को कुमकुम का तिलक लगाकर, श्रीफल भेंट कर व अंग वस्त्र पहनाकर उनका चरण स्पर्श कर वंदन किया गया एवं सभी स्टूडेंट्स ने उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
सामूहिक शपथ भी ली गयी
कार्यक्रम में सभी विद्यार्थियों व उपस्थित लोगों को जीवन में कभी नशा नहीं करने तथा अपने माता- पिता ,शिक्षकों, नारी जाति तथा बड़ों का सम्मान करने और नैतिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए सामूहिक शपथ भी दिलवायी गयी ।