- सिरोही की एसीबी टीम ने देर रात को की कार्रवाई
- शराब बरामदगी मामले में अन्य को मुलजिम नहीं बनाने की एवज में डेढ़ लाख व गिरफ्तार आरोपी के साथ मारपीट नहीं करने की एवज में 30 हजार की रिश्वत मांगी
जालोर. सिरोही की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) टीम ने सोमवार देर रात को कार्रवाई करते हुए जालोर जिले के करड़ा थानाधिकारी व एक हेड कांस्टेबल को डेढ़ लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह राशि शराब परिवहन के सम्बंध में दर्ज एक मुकदमे में अन्य को आरोपी नहीं बनाने और गिरफ्तार आरोपी के साथ हवालात में मारपीट नहीं करने की एवज में मांगी थी। रिश्वत लेने की घटना करड़ा के भाजपा कार्यालय में हुई। थानाधिकारी का एक दिन पहले ही जोधपुर के लिए तबादला हुआ है, लेकिन अब रिश्वत के आरोपी में धरे गए।
सिरोही एसीबी के एएसपी ओमप्रकाश चौधरी ने बताया कि जालोर के करड़ा थाना पुलिस ने आबकारी अधिनियम के तहत 06 जुलाई 2023 को प्रकरण दर्ज किया था। जिसमें शराब परिवहन के लिए प्रयुक्त वाहन बिना नंबरी मैक्स पिक अप के मालिक मांगीलाल विश्नोई को प्रकरण में आरोपी नहीं बनाने एवं इस प्रकरण में गिरफ्तार आरोपी दिनेश विश्नोई पुत्र आसूराम विश्नोई के साथ अनुसंधान के दौरान हवालात में कोई मारपीट नहीं करने की एवज में रिश्वत मांगने का परिवाद एसीबी को मिला था। इस प्रकरण में करड़ा थानाधिकारी व अनुसंधान अधिकारी अमरसिंह के कहेनुसार पहले उसके अधिनस्थ प्रतापाराम द्वारा मैक्स पिक अप गाडी मालिक मांगीलाल विश्नोई को मुलजिम नहीं बनाने की एवज में 10 जुलाई सुबह को परिवादी वलदरा (सिरोही) निवासी मनोहरसिंह चारण पुत्र खेतदान चरण से डेढ़ लाख रुपए रिश्वत की मांग की एंव उसी दौरान कुछ समय बाद इसी परिवादी से थानाधिकारी अमरसिंह स्वयं द्वारा हवालात में बंद आरोपी दिनेश विश्नोई के साथ मारपीट नहीं करने की एवज में अलग से 30 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की, इस प्रकार दोनों आरोपितों द्वारा परिवादी से अलग-अलग कुल 1 लाख 80 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई। जिस पर आरोपितों के विरुद्ध इसी दिन शाम को ट्रेप कार्यवाही की गई।
बीजेपी के कार्यालय में बैठकर ली रिश्वत
करड़ा में ही नीलकंठ महादेव होटल के पास स्थित बीजेपी कार्यालय में आरोपी हेड कांस्टेबल प्रतापाराम ने परिवादी से डेढ़ लाख रुपए प्राप्त कर थानाधिकारी द्वारा मांगे गये 30 हजार रुपए भी थानाधिकारी द्वारा उसे ही लेने कहने पर परिवादी ने कन्फर्म कराने का कहा तो आरोपी हैड कॉन्स्टेबल ने परिवादी के सामने थानाधिकारी से वॉट्सऐप कॉल पर वार्ता की।परिवादी की भी अपने मोबाइल वॉट्सएप से वार्ता करवाई तो थानाधिकारी ने स्वयं द्वारा मांगे गए 30 हजार रुपए भी हैड कांस्टेबल प्रतापराम को देने हेतु परिवादी को कहा गया, जिस पर थानाधिकारी के लिए 1.50 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए हेड कांस्टेबल व वाडा भाडवी (बागोड़ा) निवासी प्रतापाराम पुत्र मूलाराम को रंगे हाथों दस्तियाब किया।
किराए के मकान से थानाधिकारी को भी पकड़ा
हेड कांस्टेबल को दस्तयाब करने के बाद चाणोद (तखतगढ़) निवासी हाल करड़ा थानाधिकारी अमरसिंह पुत्र अचलसिंह को भी कस्बा करड़ा में स्थित स्वयं के किराये के आवास से दस्तियाब किया गया। कार्यावाही दल में एसीबी ब्यूरो के निरीक्षक पदमपालसिंह भाटी, हेड कांस्टेबल मोहनराम, कांस्टेबल सोहनराम, अमरसिंह, रामकुमार सिंह, वचनाराम, रमेश, सुरेशदान, दीक्षा, गणेश आदि शामिल रहे।