जालोर. जिले के बागोड़ा क्षेत्र के जैसावास गांव में रेकर्ड की यथास्थिति के आदेश के बावजूद नियम विरुद्ध रास्ता खुलवाने का आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। मामले को लेकर पीड़ित परिवार ने जिला कलेक्टर डॉ निशांत जैन को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
ज्ञापन में जैसावास निवासी वीरमाराम पुत्र अणदाराम ने बताया कि उसकी खातेदारी भूमि जेसावास में आई हुई हैं। उसके पड़ोस में जैसवास निवासी भैराराम चौधरी की भूमि हैं। जहां पीढ़ियों से रास्ता चला आ रहा हैं। उक्त रास्तों को सहायक कलेक्टर बागोड़ा ने स्थाई रास्ते के रूप में घोषित किया गया था, उसके बाद भैराराम ने रास्ते को हटवाने के लिए सम्भागीय आयुक्त जोधपुर में अपील की। जिसमें आदेश पारित किया गया कि पहले से जहां रास्ता है उसे स्थाई रास्ता घोषित किया जावें। वीरमाराम ने ज्ञापन में बताया कि उसके उपरांत भी अब खेत मालिक और तहसीलदार बागोडा ने स्थाई रास्ते को हटवाकर यथास्थिति के उनके खेत की खातेदारी भूमि में से रास्ता निकालने का आदेश जारी करवा दिया।
पीड़ित का कहना है कि उसने सम्भागीय आयुक्त जोधपुर में अपील प्रस्तुत की जो अणदाराम बनाम राज्य सरकार है। उस अपील पर सुनवाई करते हुए 5 अप्रैल 2023 को उपखण्ड अधिकारी बागोडा द्वारा आदेश 10 फरवरी 2023 की पालना एवं क्रियान्विती को स्थगित कर मौके व रेकर्ड की यथास्थिति बनाए रखने का आदेश पारित किया था। यथास्थिति के आदेश की प्रति तहसीलदार व सहायक कलेक्टर को प्रस्तुत कर दी थी उसके पश्चात् तहसीलदार ने अपनी मनमानी करते हुए न्यायालय के आदेश की अवहेलना कर खेत में से रास्ता निकलवा दिया।