जालोर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जालोर सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि आरएसएस व भाजपा दंगे करवाती है, उन्होंने कहा की राजस्थान में भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे को हम नहीं पनपने देंगे, राजस्थान में सर्व धर्म का सम्मान है। उन्होंने कहा कि गोमाता को लेकर बीजेपी राजनीति करती है जबकि गायों की सेवा में हमेशा कांग्रेस आगे रही है, गहलोत ने कहा कि बीजेपी में तो कई ऐसे लोग भी हैं जो राम मंदिर के लिए हिंदू बन गए हैं, जबकि ओरिजिनल में हिंदू है ही नहीं, उन्होंने कहा कि राजस्थान शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ गया है।
देश में एकमात्र राजस्थान राज्य है जहां शांति और अहिंसा का विभाग बन गया है। गहलोत ने कहा कि आज देश संकट के अंदर है, संविधान की धज्जियां उड़ रही है, लोकतंत्र खतरे में है। आरएसएस व भाजपा के लोगों को भी आलोचना बर्दाश्त करना सीखनी चाहिए, आलोचना आभूषण है। विपक्ष नहीं होगा तो पक्ष कहाँ होगा, आलोचना सुनने का माद्या होना चाहिए, उन्होंने कहा कि देश हित की बात करते हो तो आलोचना वाले आर्टिकल पढ़ना शुरू कर दो। गहलोत ने कहा कि हम पब्लिक प्रोपर्टी है, जनता के ट्रस्टी है, हमें सुनना पड़ेगा। अहिंसा स्थापित करने, महंगाई को कम करने को लेकर हमने बजट पेश किया है। उसी के रूप में आगे बढ़ रहे हैं।
नाराज होकर लौटे सांसद को रात को सीएम ने किया कॉल
सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री से मिलने आए सांसद देवजी पटेल से मुख्यमंत्री नहीं मिले, तीन घण्टे इंतजार करने के बाद सांसद लौट गए और मीडिया के सामने सांसद ने सरकार को फेलियर बताया। मुख्यमंत्री को इस बात का पता चलते ही उन्होंने रात को सम्बोधन कार्यक्रम के बाद सांसद पटेल को कॉल लगाया और बोले कि उनकी कमर में दर्द होने के कारण वे रेस्ट में थे, उनको और इंतजार करना चाहिए था। यह बात गहलोत ने मीडिया के सामने भी कही। मध्यरात्रि को भी मुख्यमंत्री की बीपी असंतुलित होने पर चिकित्सकों ने स्वास्थ्य जांच की थी।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन में जिला प्रशासन की तारीफ की
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिपरजॉय तूफान से आई आपदा में प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर निशान्त जैन, एडीएम राजेन्द्र अग्रवाल, एसपी मोनिका सेन समेत अधिकारियों के बेहतर प्रबंधन के कारण अधिक नुकसान से बचाव हो पाया है।
इससे पहले गहलोत ने अधिकारियों की बैठक ली। बाद में कार्यकर्ताओं से ज्ञापन प्राप्त किये। इस दौरान आपदा मंत्री गोविंद मेघवाल, सुखराम विश्नोई, पुखराज पाराशर, डॉ समरजीत सिंह, रतन देवासी, सवाराम पटेल, मंजू मेघवाल, हीरालाल विश्नोई, जगदीश चौधरी, उमसिंह, भंवरलाल मेघवाल, आमसिंह परिहार, शोभा सुंदेशा, योगेंद्रसिंह कुम्पावत, डॉ रमेश देवासी, भोमाराम मेघवाल, जुल्फिकार अली, भरतकुमार सराधना, डॉ भरत कुमार, सरोज चौधरी, खीमाराम चौधरी, कृष्ण कुमार मेघवाल, लक्ष्मण सांखला, बसन्त सुथार, सुष्मिता गर्ग समेत पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।