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जालोर में महंगाई राहत केम्प का अवलोकन कर विकास कार्यों का किया लोकार्पण व शिलान्यास
जालोर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार दोपहर जालौर पहुंचे, जहां स्टेडियम में उन्होंने महंगाई राहत शिविर का अवलोकन कर विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि जालौर से आहोर तक की सड़क की हालत उन्हें मालूम चली है, उन्होंने जालौरवासियों को विश्वास दिलाया कि इस सड़क को जनवरी 2024 तक सुधार कर दिया जाएगा, उन्होंने इसमें संपूर्ण भरोसा दिलाते हुए कहा कि अभी इसका मामला कोर्ट में चल रहा है, लेकिन इसमें जो भी हल निकालना है, खुद कलेक्टर को जयपुर बुलाकर इसमें समाधान निकाला जाएगा। जनवरी 2024 से पहले इस सड़क को बेहतर स्थिति में ला दिया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्ष 1982 में जब वे केंद्रीय मंत्री थे, उस समय जालोर किले पर पैदल गए थे, इस दौरान उन्होंने महसूस किया था कि यहां सड़क होनी चाहिए, उन्होंने कहा कि अब उन्होंने किले के लिए सड़क दे दी है, जिसका शिलान्यास हो चुका है। इस सड़क से एक पर्यटन स्थल का विकास होगा और किले तक तक आने-जाने के लिए लोगों को आसानी रहेगी। साथ ही गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने जालौर के लिए जवाई कवरेज क्षेत्र में बांध बनाने का बीड़ा उठाया है। हालांकि वहां के आदिवासी लोग विरोध भी कर रहे हैं,लेकिन सरकार उन्हें मनाने का प्रयास कर रही है। वहां बांध के बनने से जालौरवासियों को बड़ा फायदा मिलेगा। इस डैम के बनने से जल संरक्षण होगा, जिससे जालौर में सिंचाई की योजना भी बनाई जा सकेगी।
गहलोत ने कहा कि अगर यहां पर चार विधायक और जीते होते तो अच्छा होता, लेकिन केवल सांचौर विधायक को ही जीता कर भेजा है। इसके बावजूद उन्होंने ठान के रखा कि आप मांगते मांगते थक जाओगे, लेकिन वे देते देते नहीं थकेंगे। इस कारण उन्होंने जालौर जिले के विकास को लेकर काफी प्रयास किया है। जिसके तहत मेडिकल कॉलेज भी दी है जिसकी वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। हालांकि इसका शिलान्यास शेष है। गहलोत ने आव्हान किया है कि आगामी समय में इस बात का भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा एक समय था जब वे अंग्रेजी का विरोध करते थे, कम उम्र में थे और दक्षिण भारत में हिंदी के विरोध में आंदोलन होते थे। वर्तमान में अंग्रेजी विषय की महत्ता को समझते हुए उन्होंने प्रदेश में सरकारी स्कूलों में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू की है, इससे यहां के शिक्षा में विकास होगा। आज की महत्वता को देखते हुए भविष्य की नींव मजबूत होगी। हमें इस बात को भी समझना होगा, इस कारण सरकार ने प्रदेश में महात्मा गांधी विद्यालय खोलकर शिक्षा में नई क्रांति लाई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक राजस्थान को देश का प्रथम राज्य बनाना है।
मुख्यमंत्री के सलाहकार लोढ़ा ने बोला रंगा-बिल्ला को जवाब दिया
मुख्यमंत्री के सलाहकार व सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने जोशीला भाषण देते हुए उड़ीसा रेल हादसे के मामले में रेल मंत्री से इस्तीफा मांग लिया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जिस रेल में राज्यपाल आये वो भी पांच घण्टे देरी से चल रही थी, ये कैसी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि देश की सरकार रंग बिल्ला चला रहे है। दोनों ने देश के कई राज्यों में सरकारें गिराई, लेकिन गहलोत के सामने सफल नहीं हो पाए। लोढ़ा ने इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को भी घेर लिया। बोले एक डिबेट हो जाये और बताए कि उनकी सरकार ने ज्यादा काम किया या गहलोत सरकार ने।
पूर्व जिलाध्यक्ष ने सभी सीट जीतने का दिया भरोसा
जनसभा के दौरान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर व पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी ने भी सम्बोधित किया। पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व भीनमाल विधायक डॉ समरजीतसिंह ने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि आगामी चुनावों में सभी सीटों पर कांग्रेस जीताकर भेजेंगे। कार्यक्रम में प्रभारी सचिव भूराराम सीरवी, पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल, पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल, सिरोही के पूर्व जिला प्रमुख अनाराम बोराणा, सवाराम पटेल, आबूरोड यूआईटी के पूर्व चेयरमैन हरीश चौधरी, सुमेरसिंह राजपुरोहित, नैनसिंह राजपुरोहित, सोमभाई सरगरा, जालोर ब्लॉक अध्यक्ष भोमाराम मेघवाल, जुल्फिकार अली भुट्टो, रमेश सोलंकी, आहोर ब्लॉक अध्यक्ष वीरेंद्र जोशी, सवाईसिंह, हीरालाल बोहरा, योगेन्द्रसिंह कुम्पावत, जिला प्रमुख राजेश राणा, उमसिंह चांदराई, लच्छीराम माली, भरत कुमार, दीपक थांवला समेत नेता मौजूद थे। इससे पहले हेलीपेड पर जगदीश चौधरी, खीमाराम चौधरी, आमसिंह परिहार, भंवरलाल मेघवाल, पुखराज विश्नोई समेत पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने स्वागत किया।