- 8वीं बोर्ड का परिणाम घोषित
- स्कूल क्रमोन्नति की उठ रही है मांग, ढाई सौ से अधिक पढ़ रही है बेटियां
दिलीप डूडी, जालोर. सरकारी स्कूलों को कमतर आंकने वालों के सामने कोरी गांव की उच्च प्राथमिक सरकारी स्कूल ने बेहतर उदाहरण पेश किया है। रानीवाड़ा तहसील की आलड़ी ग्राम पंचायत के छोटे से गांव कोरी की उच्च प्राथमिक स्कूल की बेटी ने आठवी बोर्ड परीक्षा में न केवल ए ग्रेड प्राप्त किया बल्कि सभी विषयों में ए ग्रेड भी हासिल किया है। दरअसल, दूरस्थ गांवों की छोटी स्कूलों को लोग कम तव्वजो देते है, लिहाजा कई स्कूलों में तो नामांकन पूर्ण करने के लिए भी शिक्षकों को मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन कोरी की राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में शिक्षकों की मेहनत काम आई। यहां के अच्छे परिणाम के साथ साथ यहां की बेटी भावना पुत्री लीलेश पुरोहित ने तो सभी विषयों में ए ग्रेड प्राप्त कर स्कूल की कद्र में इजाफा किया है। भावना के पिता निजी कार्य करते है। स्कूल व भावना के परिणाम को देखते हुए पूरे गांव में खुशी का माहौल है।
जिले में सबसे ज्यादा नामांकन
जानकारी के मुताबिक कोरी स्कूल में राजकीय उच्च प्राथमिक स्तर की स्कूलों के मुकाबले सबसे ज्यादा नामांकन दर्ज है। यहां करीब 490 नामांकन इस वर्ष था, इनमें से भी 60 फीसदी बेटियां अध्ययनरत है।
स्कूल में 14 का स्टाफ
उच्च प्राथमिक स्तर की इस स्कूल में 14 का स्टाफ है। सभी शिक्षकों की मेहनत का ही नतीजा है कि 8 वीं में अध्ययनरत सभी 45 विद्यार्थियों का परिणाम उत्तीर्ण रहा है। विद्यालय के हेड मास्टर जगताराम चौधरी का कहना है कि स्टाफ की सामूहिक मेहनत व अच्छे शैक्षणिक माहौल से बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्साह बना रहता है। स्कूल की विद्यार्थी भावना पुरोहित का आत्मविश्वास बेहतर है, वो अन्य बेटियों के लिए प्रेरणादायी है। शुरू से ही अपनी मेहनत व काबिलियत के बलबूते इस प्रकार के विद्यार्थी मुकाम हासिल करते है।
स्कूल क्रमोन्नति की मांग
कोरी की राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल के नामांकन और परिणाम को देखते हुए पिछले काफी समय से ग्रामीण स्कूल क्रमोन्नति की मांग कर रहे है। ग्रामीणों की मांग है कि 8 वीं के बाद यहां की बेटियां आगे नहीं जा पाती, यहां से दूसरी स्कूल 5 किलोमीटर दूर पड़ती है। इस कारण अधिकांश अभिभावक बेटियों को 8 वीं के बाद स्कूल छुड़वा देते है। जिस कारण प्रतिभाओं का दम घुट जाता है। अब देखना है कि सरकार कोरी स्कूल को कब क्रमोन्नत कर बेटियों को सौगात देती है।