जयपुर. राजस्थान के मंत्रालयिक कर्मचारी सरकारी रवैये से क्षुब्ध होकर अब महापड़ाव स्थल पर आमरण अनशन करेंगे राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष राजसिंह चौधरी ने इस बात की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि सरकार 38 दिन से मंत्रालयिक कर्मचारियों द्वारा अपनी वाजिब मांगों के लिए चलाऐ जा रहे गांधीवादी आंदोलन पर अब तक निर्णय नहीं लिये जाने से मंत्रालयिक कर्मचारियों द्वारा अब महापड़ाव स्थल पर ही आमरण अनशन करेंगे महामंत्री वीरेंद्र दाधीच, कमलेश शर्मा, यतेन्द्र चौहान, सतवीर सिंह राजावत, विजय सिंह राजावत, जितेंद्र सिंह राठौर, भीखाराम चौधरी, दिनेश स्वामी, राकेश मौड़, रामजीलाल मीणा, भुनेश्वर खण्डेलवाल, सुरेन्द्र फौजी, नेत्र कमल मुदगल, राकेश शर्मा, हनुमान शर्मा, राजस्व के अध्यक्ष अमित जैमन, पंचायती राज के अशोक निठारवाल, प्रदीप सिंह जगावत चंदन पंचौली आंनद साध, राजेश नामा, गोपाल अवस्थी इन्द्रजीत शर्मा, एवं उमेश शर्मा ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि सरकार ने यदि 24 घंटे में मांगो पर निर्णायक वार्ता कर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो महापड़ाव स्थल पर ही आमरण अनशन शुरू कर दिया जायेगा, जिसके बाद यदि कोई कर्मचारी हताहत होता है तो उसको जिम्मेदारी सरकार की होगी।
सभा को अविनाश पुण्ढ़ीर,आशिष उपाध्याय, अजय शर्मा, केशव शर्मा, सुमित्रा चौधरी, अनिता चौधरी,खुशबू राठौड़, पुष्पा सालवी,सीमा सैनी, सुमन शर्मा, गरीमा अग्रवाल, कविता आर्य, उषा शर्मा, शिवांगी पाठक, सागर पांचाल विक्की कालरा, योगेश कुमावत, चन्द्रभान भारद्वाज, प्रदीप वर्मा, सुरेन्द्र मीणा, विवेक सैकड़ा, ओम प्रकाश शर्मा, सिद्धार्थ खिडिया, राकेश जमवारामगढ़, महेश रूलानिया, अशोक चौधरी,मनोज शर्मा, सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने संबोधित किया।