जालोर। प्रशासन गाँवों के संग अभियान के तहत जालोर पंचायत समिति की देबावास ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर में प्रशासन द्वारा समझाईश करने पर आपसी सहमति से 4 पीढ़ियों के बाद करीब 200 बीमा भूमि का बंटवारा किया गया जिससे दशकों से चले आ रहे विवाद का अंत हुआ।
प्रशासन गाँवों के संग अभ्यिन के तहत आहोर उपखण्ड अधिकारी शैलेन्द्र सिंह द्वारा आयोजित शिविरों लोगों को प्रेरित कर आपसी सहमति से भूमि का बंटवारा करने के निर्देश दिए गए है। देबावास में आयोजित शिविर के दौरान आहोर तहसीलदार हितेश त्रिवेदी की जानकारी में आया कि देबावास में स्थित करीब 200 बीमा भूमि का बंटवारा खातेदारों की आपसी सहमति के अभाव में पिछली चार पीढ़ियों से नहीं हो पा रहा है, जिससे खातेदार परेशान हो रहे है। आहोर तहसीलदार द्वारा दशकों से चले आ रहे भूमि विवाद का निस्तारण करने के लिए केराराम, केसाराम व घीसाराम सहित 13 खातेदारों को शिविर में बुलाकर समझाईश कर उन्हें बंटवारा के लिए प्रेरित किया गया। खातेदारों की आपसी सहमति से शिविर में करीब 200 बीमा भूमि का मौके पर ही बंटवारा प्रस्ताव तैयार करवाकर विभाजन स्वीकृत किया गया।
कई पीढ़ियों से चले आ रहे भूमि विवाद का निस्तारण होने पर सभी खातेदारों ने राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व प्रशासन का आभार जताते हुए प्रशासन गाँवों के संग अभियान की सराहना की।
इस दौरान समाजसेवी सवाराम पटेल, देबावास सरपंच सूरज कंवर, विकास अधिकारी दिनेश गहलोत, भू.अ.निरीक्षक अश्विनी श्रीमाली व कृष्णपाल, पटवारी सुनिता चौधरी, भगवतसिंह, दीपक मीणा व माधुसिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कार्मिक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।