रामसीन (जालोर). क्षेत्र के दर्जनों गांवों में आगजनी की घटना पर काबू पाने के लिए कोई संसाधन उपलब्ध नहीं है। स्थानीय क्षेत्र पिछले कई वर्षों से खासकर गर्मी के दौर में आगजनी की घटनाएं घटने के बाद भी सालों बाद इस क्षैत्र में आग जैसी विकट परिस्थितियों से निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था के लिए इंजताम नहीं हो पाए है। स्थानीय क्षैत्रवासियों के द्वारा प्रशासन से कई बार मांग करने के बावजूद उपतहसील मुख्याल सेंटर पांइट पर आज भी फायर बिग्रेड गाड़ी का इंतजार है। जिला मुख्यालय से करीब 50 किमी दूर जसवंतपुरा उपखंड मुख्यालय पर तहसील क्षेत्र में मुख्य कस्बा रामसीन सहित 60 से अधिक गांव आते है, लेकिन इस क्षेत्र में आज भी आगजनी की बड़ी घटना को रोकने के लिए कोई संसाधन उपलब्ध नहीं है।
आगबुझने के बाद पहुंचती है दमकल गाड़ी
जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूरी पर स्थित रामसीन मुख्यालय की दूरी अधिक होने के कारण आग की घटना होने पर दमकल की गाड़ी समय पर नहीं पहुंच पाती है और जब तक घटनास्थल पर गाड़ी पहुंचती है तब तक आग से सबकुछ जलकर राख हो जाता है. क्षेत्र में आगजनी की बड़ी घटना होने पर प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय से फायर बिग्रेड की गाड़ी घटना स्थल पर भेजी जाती है, लेकिन जिला मुख्यालय से उपखंड क्षेत्र के अनेक गांवों की दूरी अधिक होने से फायर बिग्रेड गाड़ी 2 से 3 घंटे बाद पहुंचती है। तब तक मौके पर अनहोनी घटना घट जाती है। इस तरह की घटनाएं उपखंड क्षेत्र में कई बार जनहानी की घटनाएं घट चुकी है।
दो दिन में तीन आगजनी
पिछले दो दिन में तीन अलग-अलग जगहों पर क्षेत्र में आगजनी की घटना घटी। जिसमें मुख्य रूप से बीठन में करीब 40 बीघा बांध के करीब हरे पेड़ व घास जलकर राख हो गई। आग के साथ बांध किनारे जीव जन्तु भी जल गए। दूसरी घटना उसी दिन थूर गांव में लगी जहां आगजनी से बाड़े सहित चारा जलने की जानकारी है। तीसरी घटना सिकवाड़ा गांव की है जंहा रहवासी कॉलोनी के पास दोपहर करीब दो बजे आग लगने से चारा जलकर राख हो गया। मौके पर स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा टैंकरों व बाल्टियों से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया लेकीन हवा के वेग से आग की लपटें तेजी से फैलती गई। करीब ढाई बजे भीनमाल उपखंड मुख्याल के अग्निश्मन वाहन के सहायता केन्द्र पर सूचना देने पर करीब 4ः45 के आस पास दमकल वाहन मौके पर पहुंचा।
इनका कहना है..
क्षेत्र में खासकर गर्मी के दिनों में आग लगने की घटनाएं ज्यादा घटती है। कई सालों में कई बार जनहानी की घटनाएं भी घट चुकी है। रामसीन में सरकार को दमकल वाहन या छोटे स्तर पर दमकल गाड़ी उपलब्ध करवानी चाहिए।
– जितेन्द्र कुमार सिकवाड़ा
जिला मुख्यालय व भीनमाल से दमकल वाहन के पहुंचने पर ज्यादा समय लगता है कई बार अन्य जगह पर आग लगने से दमकल गाड़ी देरी से पहुंचती है ऐसे में स्थानीय स्तर पर आग बुझाने की गाड़ी की व्यवस्था होनी चाहिए।
– कमलेश कुमार, ग्रामीण
पिछले कई सालों में आग से आम लोगों का नुकसान हुआ है ग्रामीण स्तर पर आग पर काबू पाने के लिए इंतजाम नहीं होने से नुकसान होता है ऐसे में सरकार से मांग है कि स्थानीय क्षेत्र में गावों के केंद्र मुख्यालय पर दमकल वाहन की व्यवस्था होनी चाहिए।
– युसूफ खां, ग्रामीण