- जालोर में रँगदारिया वसूलकर पेपरमाफ़ियाओं को संरक्षण दे रहे
जालोर. भाजपा के वरिष्ठ नेता व राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जालौर में सरकारी धन की लूट मची हुई है, विकास के नाम पर यहां लूट की जा रही है। रंगदारी लेकर पेपर माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है, समय आएगा तब हम उसकी भी जांच करवाएंगे। राठौड़ सोमवार को जालौर के ग्रेनाइट एसोसिएशन भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आबूरोड दौरे को लेकर राठौड़ जालौर पहुंचे, जहां भाजपा के अलग-अलग मंडलों की बैठक लेने के बाद पत्रकार वार्ता में उन्होंने राज्य सरकार पर कई प्रकार के गंभीर आरोप लगाए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि गहलोत की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर जिस प्रकार से कलंकित करने का आरोप लगाया गया है, वे बेबुनियाद है अगर गहलोत के पास कोई प्रमाण है तो वो इस संबंधित मामला दर्ज करवाएं। उन्होंने कहा कि जालौर में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार कर सरकारी धन को लूटा जा रहा है। जालौर में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है। अपराध दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।
कोयला खरीद में घोटाले का आरोप
उन्होंने कहा राजस्थान सरकार की ओर से अडाणी से कोयला खरीद में एक्ट का उल्लंघन करते हुए बड़े स्तर पर घोटाला किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गहलोत सरकार ने अडाणी समूह को सिंगल टेंडर कर आरटीपीबी एक्ट की धज्जियां उड़ाते हुए 1 हजार 42 करोड़ का 5 मिलियन 79 लाख टन कोयला 18 हजार मीट्रिक टन रुपए के हिसाब से खरीदा। और इस बार फिर वो ही इंडोनेशिया से कोयला खरीद 15 हजार रुपए मीट्रिक टन के हिसाब से खरीद रहे है, तो वो तीन हजार रुपए ज्यादा कहाँ गए, यह बड़ा घोटाला है।
सरकार की विदाई तय
उन्होंने कहा कि सरकार में सर्वाधिक रंगदारी वसूलने का कार्य किया गया है, व्यापारियों को प्रोटेक्शन देने के नाम पर वसूली की गई। इस कारण इस सरकार की विदाई तय है। महंगाई से राहत के नाम पर चलाए जा रहे कैंपों में यह भी तय नहीं हो पा रहा है ये कैंप सरकार के हैं या कांग्रेस संगठन के। क्योंकि बैनरों पर तो संगठन के नेताओं के फोटो लगे हुए हैं।
बजरंग दल पर बैन लगाने की गहलोत में हिम्मत नहीं
उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत ने कर्नाटक में जाकर बजरंग दल पर बैन लगाने का मेनिफेस्टो जारी किया। उन्होंने कहा कि गहलोत में इतनी हिम्मत नहीं है कि राजस्थान में यह काम कर सकें । उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार की इंटेलिजेंस ने पूर्व में रिपोर्ट में कहा था कि आदिवासी क्षेत्रों में सिम्मी व आईएसआईएसआई जैसे संगठन धर्मांतरण जैसी गतिविधियां बढ़ा रहे है, जिस पर रोक लगाना आवश्यक है। गहलोत सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। बॉर्डर पर मादक पदार्थो की तस्करी हो रही है, उसे रोकने की जरूरत है। इस दौरान जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग, जिलाध्यक्ष श्रवणसिंह राव, आहोर के पूर्व विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित मौजूद थे।