- विधायक राजपुरोहित ने पत्र में लिखा रोड का स्वीकृत बजट केंद्र सरकार का है, लेकिन राज्य सरकार के अधीन स्वीकृत सड़क की कार्यकारी एजेंसी
जालोर. आहोर मुख्यालय पर बीच बाजार से निकलने वाले ब्रिज को लेकर एक बार फिर से सियासत गर्माने जा रही है। कांग्रेस ने आहोर मुख्यालय पर इसको लेकर 20 अप्रेल को केंद्र सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करने की तैयारी की है। वहीं विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसे रोकने की गुजारिश की है।
आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर अवगत करवाया कि विधानसभा क्षेत्र मुख्यालय आहोर कस्बे के बीचो-बीच से गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 325 मुख्य बाजार से गुजरता है जो भीड़-भाड़ वाला क्षेत्र है। यह आहोर कस्बे का मुख्य मार्ग भी है जहां पर रा.उ.मा. विद्यालय, कृषि मूंग खरीद केन्द्र, सहायक अभियन्ता कार्यालय (विद्युत विभाग), प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय, खालसा बस स्टेण्ड विवेकानन्द मुख्य सर्कल, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, पीएचईडी कार्यालय, पंचायत समिति कार्यालय, पुलिस स्टेशन, कनिष्ठ अभियंता कार्यालय (विद्युत विभाग), राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, दुदेश्वर अखाड़ा, माता राणी भटयाणी व बाईयोंसा मंदिर, मुख्य गौशाला मार्ग, रोडवेज बस स्टेण्ड, उपखण्ड कार्यालय, तहसील कार्यालय, मुंसीफ कोर्ट, कानुनगो व पटवार भवन, सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यालय, जैन मंदिर, तीन (कुमावत, मेघवाल, सरगरा समाज) छात्रावास, तीन पेट्रोल पंप इस मुख्य रोड पर स्थित है, जहाँ आमजन का प्रतिदिन आवागमन होता हैं जिससे दुर्घटना की संभावना अधिक रहेगी एवं सड़क दोनों तरफ लोहे की सुरक्षा दिवारें (जालियां) लगने से बाजार का स्तर गिरेगा, जिससे कस्बे के व्यापारी वर्ग को अथाह नुकसान होगा और आसपास के करीबन 100 गांवों का रोजगार प्रभावित होगा एवं आए दिन दुर्घटना से बार-बार जनहानि होने का डर रहेगा, वर्तमान में स्वीकृत फोर लाईन सड़क का कार्य प्रारम्भ हो चुका है जिसका बजट तो केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत है, लेकिन कार्यकारी एजेंसी राज्य सरकार के अंतर्गत काम कर रही है अथवा कार्य राज्य सरकार के निर्देशन में फ़ॉर लाइन सड़क का कार्य करवाया जा रहा है, इसलिए आप उक्त समस्या को मध्य नजर रखते हुए आहोर के मुख्य बाजार व राजकीय सेवा केन्द्रों के सामने से गुजरने वाला स्वीकृत फोरलेन ब्रिज सड़क के कार्य को रुकवाकर एवं रद्द करवाकर दूसरी जगह आहोर में बाईपास सड़क दिया जावे, जिससे भीड़-भाड क्षेत्र में भविष्य में दुर्घटना से बचाव हो सकेगा।
उनका कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 325 सांडेराव से जालोर जाने वाली सड़क पर आहोर में जोधपुर तिराये पर पुलिया (ओवर ब्रिज) निर्माण की स्वीकृति हुई है जिसके निर्माण से आहोर का व्यापार ख़राब हो जायेगा, जिससे व्यापारियों को भारी नुक़सान होगा। इसी सड़क पर मेघवाल समाज , हीरागर समाज की धार्मिक आस्था के देवताओं के मंदिर व धर्मशालाए स्थित है पुलिया निर्माण से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचेगी , सब्ज़ी मंडी ख़त्म होगी , दुकानों के सामने आना जाना मुश्किल होगा , एसडीएम , तहसील कार्यालयो में जाने में परेसानी होगी , गाँव की मुख्य गलियों में जाना बंद हो जायेगा ।
इधर, कांग्रेस केंद्र के विरुद्ध करेगी प्रदर्शन
इस पुलिया निर्माण को रद्द करने के लिये कांग्रेस पार्टी द्वारा उपखण्ड कार्यालय , आहोर के सामने दिनांक 20 अप्रेल को सुबह 10 बजे धरना -प्रदर्शन रखा गया है। इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता सवाराम पटेल , पीसीसी सदस्य सोमाभाई चौहान , आहोर ब्लॉक अध्यक्ष वीरेंद्र जोशी , भाद्राजून ब्लॉक अध्यक्ष गलबाराम मीणा , ज़िला परिषद सदस्य मांगीलाल प्रजापत , उपप्रधान अमृत प्रजापत ,सभी मण्डल अध्यक्ष पूर्व प्रधान भंवरलाल मेघवाल, आमसिंह परिहार समेत लोग उपस्थित रहेंगे।